Gonda News: दस साल में पहलवानी का अखाड़ा बना नंदिनीनगर

गोंडा/नंदिनीनगर। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पटल पर चर्चा में आए नंदिनी नगर महाविद्यालय की बुनियाद 1993 में बृजभूषण शरण सिंह ने डाली थी। वर्तमान में इसके विशाल परिसर के चौखंबे किले की मानिंद मजबूत हो चुके हैं। 2012 में यहां पर साई सेंटर की स्थापना की गई। शिक्षा के साथ-साथ यहां का क्रीड़ास्थल देश को कई नामचीन पहलवान दे चुका है।वर्ष 2008 में पहली राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप की यहां के ग्राउंड से शुरुआत हुई थी। यह पहलवानों की नर्सरी बन चुकी है। अब एक हजार के करीब पहलवान राष्ट्रीय खेलों में अपनी प्रतिभा दिखा चुके हैं। साल 2012 से साईं प्रशिक्षण केंद्र की शुरुआत हुई, जो दस सालों में अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र बन चुका है। साल 1993 में नवाबगंज के तुरकौली गांव में गोंडा-अयोध्या राजमार्ग पर सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने नंदिनीनगर महाविद्यालय की स्थापना की। इसी बीच सांसद साल 2008 में उत्तर प्रदेश के कुश्ती संघ में सक्रिय हुए और नेशनल चैंपियनशिप का आयोजन कराया। वह इसके 2009 में प्रदेश अध्यक्ष बने। फिर कुश्ती की गतिविधियों ने यहां रफ्तार पकड़ी। साल 2011 में भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष चुने के बाद महाविद्यालय में स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) का प्रशिक्षण केंद्र शुरू हुआख, मगर यहां डे-बोर्डिंग (अनावासीय) प्रशिक्षण ही हो पाता था। पहलवानों को बाहर रहना पड़ता था। बीते साल 2021 में टाटा मोटर्स के सहयोग से आवासीय प्रशिक्षण केंद्र बन गया। भारतीय कुश्ती महासंघ की अगुवाई में नंदिनीनगर महाविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र में तीन सौ पहलवान ट्रेनिंग ले रहे हैं। प्रशिक्षण के लिए संघ ने एक प्रशिक्षक तय कर रखा है। बेलारूस के एलेक्जेंडर बतौर प्रशिक्षक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वह रशियन स्टाइल का प्रशिक्षण भी देते हैं। एलेक्जेंडर का कहना है कि यहां पर हर तरह की सुविधा है। कुश्ती के दांवपेंच सिखाने की मुहिम जारी है। इससे स्थानीय स्तर के लोगों में भी उत्साह है। इसके अतिरिक्त ग्रीको रोमन और फ्री-स्टाइल कुश्ती की ट्रेनिंग भी दी जाती है। बजरंग पुनिया यहां से हैं स्नातक भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर तानाशाही का आरोप लगाने वाले इंटरनेशनल रेसलर बजरंग पुनिया का सांसद से पुराना नाता रहा है। वह सांसद के करीबी पहलवानों में गिने जाते रहे हैं। वर्ष 2010 में बजरंग पुनिया ने सांसद के नंदिनीनगर महाविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई के लिए प्रवेश लिया था। पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने पहली बार अंतर विश्वविद्यालयी कुश्ती में पहला गोल्ड मेडल जीता था। वर्ष 2013 में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह सांसद के और करीब आए। तब तक सांसद बृजभूषण शरण सिंह भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बन चुके थे। यहीं से उन्होंने बजरंग पुनिया को रेसलिंग के लिए प्रेरित किया। बजरंग पुनिया ने अपने करियर की शुरुआत की और विश्वस्तरीय प्रतियोगिता में पहला गोल्ड मेडल जीता। --- इनसेट- 2 -- चुनाव में प्रचार कर चुकी हैं विनेश और साक्षी संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा रहीं अंतरराष्ट्रीय रेसलर विनेश फोगाट और साक्षी मलिक सांसद के बेटे प्रतीक भूषण सिंह के लिए वर्ष 2017 में चुनाव प्रचार कर चुकी हैं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में सांसद के बेटे प्रतीक भूषण शरण सिंह गोंडा सदर सीट से भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में थे। प्रतीक का चुनाव प्रचार करने के लिए विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, पूजा ढाढा व योगेश्वर दत्त समेत करीब दर्जनभर अंतर्राष्ट्रीय रेसलर गोंडा आए थे। उस समय यह सभी रेसलर सांसद के करीबी पहलवानों में शामिल थे। ----

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Jan 22, 2023, 00:23 IST
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