Protest: दिल्ली के भीतर टोल मंजूर नहीं, यूईआर-दो पर स्थानीय ग्रामीणों ने किया तीन घंटे प्रदर्शन; आवाजाही बाधित
अर्बन एक्सटेंशन रोड (यूईआर)-2 के मुंडका–बक्करवाला टोल नाके पर मंगलवार सुबह सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने टोल वसूली के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इससे यहां से गुजरने वाले वाहनों की आवाजाही बाधित रही। ग्रामीणों का कहना है कि यूईआर-2 और इससे जुड़ी सड़कों के निर्माण के लिए उनके गांवों की जमीन अधिग्रहीत की गई थी। ऐसे में अब उन्हीं ग्रामीणों से भारी-भरकम टोल वसूलना अन्याय है। उन्होंने मांग रखी कि सभी गांववासियों को आधार कार्ड दिखाकर टोल से छूट मिले। बंद किए गए यू-टर्न खोले जाएं। उत्तर-पश्चिम और पश्चिम दिल्ली के कई गांवों के ग्रामीण के कई गांवों के निवासियों ने सुबह 9 बजे टोल प्लाजा जमा हो गए। 360 गांवों के प्रधान रामकुमार भी आंदोलन में पहुंचे। दोपहर 12:30 बजे तक चले विरोध प्रदर्शन में विरोध प्रदर्शन में बक्करवाला, मुंडका, रानी खेड़ा, रसूलपुर, मदनपुर डबास, हिरन कूदना, नीलवाल, टिकरी कला, मोहम्मदपुर मजरी, घेवरा और मुबारकपुर डबास समेत कई गांवों के लोग शामिल हुए। ग्रामीणों को विभागीय अधिकारियों, पुलिस और स्थानीय विधायक गजेंद्र दराल ने आश्वासन दिया कि 31 अगस्त तक उनकी शर्तें मानी जाएंगी। हालांकि ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर मांगे पूरी नहीं हुईं तो वह उग्र आंदोलन करेंगे। मुंडका-बक्करवाला यूईआर-दो टोल फ्री किया जाए : पंचायत संघ दिल्ली पंचायत संघ ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और केंद्र सरकार से मांग की है कि यूईआर-दो पर स्थित मुंडका-बक्करवाला टोल को दिल्ली देहात और ग्रामीणों के लिए पूरी तरह टोल फ्री किया जाए। पंचायत संघ के प्रमुख थान सिंह यादव ने कहा कि किसानों की जमीन बेहद कम दामों पर अधिग्रहित की गईं और अब उन्हीं ग्रामीणों से टोल वसूलना अन्याय है। उन्होंने स्पष्ट किया कि दिल्ली पंचायत संघ को सभी ग्राम सभाओं और युवा संगठनों का समर्थन है। यदि सरकार ने टोल फ्री की मांग पर जल्द कार्रवाई नहीं की, तो 360 ग्राम पंचायतों की महापंचायत बुलाकर आगे की रणनीति तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों में किसानों को बेहतर मुआवजा और टैक्स से राहत मिलती है, जबकि दिल्ली के किसानों और ग्रामीणों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डाला जा रहा है। दिल्ली देहात के लोग पहले से ही रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। टोल थोपने से छात्रों, नौकरीपेशा लोगों और छोटे कारोबारियों की रोजमर्रा की आवाजाही और महंगी हो जाएगी। कारों के लिए एक तरफ का टोल 235, आने-जाने का 350 मुंडका के निवासियों ने बताया कि कारों के लिए एक तरफ का टोल टैक्स 235 रुपये और आने-जाने का 350 रुपये है। वहीं मासिक पास वालों को थोड़ी राहत है। दिल्लीवालों की कारों के लिए मासिक पास 350 रुपये का है, लेकिन, दूसरे शहरों के लोगों के लिए यह पास सिंगल जर्नी के लिए 7,765 रुपये है। ग्रामीणों का कहना है कि टोल से गुजरने वाले ग्रामीणों को आधार कार्ड पर छूट देने का आश्वासन मिला है। रानी खेड़ा गांव के निवासियों ने बताया कि यह दिल्ली का सबसे महंगा टोल है, जहां से गुजरना ग्रामीणों के लिए असंभव हो गया है। यू-टर्न बंद होने से वाहन चालकों को गलत दिशा में चलना पड़ रहा है, जिससे हादसों का खतरा बढ़ गया है।
- Source: www.amarujala.com
- Published: Aug 27, 2025, 05:30 IST
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