Knighthood: ब्रिटेन के मंत्री रह चुके इस भारतवंशी को नाइटहुड सम्मान, किंग चार्ल्स-III ने इसलिए चुना

भारतीय मूल के पूर्व ब्रिटिश मंत्री आलोक शर्मा को ब्रिटेन के प्रतिष्ठित नाइटहुड सम्मान के लिए चुना गया है। किंग चार्ल्स तृतीय द्वारा नए साल के मौके पर लंदन में जारी सम्मान सूची में शर्मा को यह सम्मान देने का एलान किया गया। शर्मा को नाइटहुड सम्मान COP26 शिखर सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन से बचाव के लिए उनके योगदान के लिए चुना गया है। 55 वर्षीय आलोक शर्मा का जन्म यूपी केआगरा में हुआ था। वे पूर्ववर्ती लिज ट्रस सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे थे। उनका नाम यह ब्रिटिश सम्मान पाने वाले विदेशी लोगों की सूची में रखा गया है।सूची में 30 से अधिक भारतीय मूल के प्रचारकों, अर्थशास्त्रियों, शिक्षाविदों, चिकित्सकों और परोपकारी लोगों के नाम हैं। शर्मा का नाम सबसे पहले है। ब्रिटेन व विदेशों में अविश्वसनीय जन सेवा के लिए ब्रिटेन के राजा द्वारा यह अवार्ड दिया जाता है। राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) के अनुसार आलोक शर्मा को जलवायु परिवर्तन से निपटने में उनके योगदान के लिए नाइटहुड सम्मान दिया गया है। इसके तहत ब्रिटेन जलवायु परिवर्तन को लेकर विभिन्न देशों से ऐतिहासिक समझौते करेगा। ये समझौते भविष्य में जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने में असरकारी होंगे।बता दें, संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP26) पिछले साल 31 अक्तूबर से 13 नवंबर तक स्कॉटलैंड के ग्लासगो में आयोजित किया गया था। पार्थ सारथी दासगुप्ता को नाइट्स ग्रैंड क्रॉस सम्मान इसी तरह जलवायु विषय को लेकर प्रोफेसर सर पार्थ सारथी दासगुप्ता को अर्थशास्त्र और पर्यावरण के क्षेत्र में योगदान के लिए 'नाइट्स ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर (GBE) के लिए चुना गया है। ब्रिटेन के राजा द्वारा नाइट की उपाधि प्राप्त करने वालों में भारतीय मूल के इवान मैनुअल मेनेजेस शामिल हैं, जो कि डियाजियो के सीईओ हैं। इसी तरह लॉफबोरो में हाईगेट मेडिकल सेंटर में फैकल्टी ऑफ मेडिकल लीडरशिप एंड मैनेजमेंट और जनरल प्रैक्टिशनर के अध्यक्ष डॉ. मयूर केशवजी लखानी को उत्कृष्ट सेवाओं के लिए नाइटहुड से नवाजा गया है। ब्रिटिश सम्मान पाने वालों में इन भारतवंशियों के भी नाम ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश एम्पायर (CBE) पाने वालों में वेंगालिल कृष्ण कुमार चटर्जी का भी नाम है। वे कैंब्रिज विश्वविद्यालय में एंडोक्राइनोलॉजी के प्रोफेसर हैं। ब्रिटिश एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडियन ओरिजिन (बीएपीआईओ) के अध्यक्ष डॉ. रमेश दुलीचंदभाई मेहता, नागेश्वर द्वारमपुडी रेड्डी, जो कि डिपार्टमेंट फॉर वर्क एंड पेंशन (डीडब्ल्यूपी) में डायरेक्टर लेबर मार्केट एंड प्लान फॉर जॉब्स हैं का भी नाम है। इसी प्रकार प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सेवाओं के लिए ऑक्सफोर्ड नैनोपोर टेक्नोलॉजीज के संस्थापक और सीईओ डॉ. गुरदयाल सिंह संघेरा भी सूची में हैं। शिक्षा सेवाओं के लिए जतिंदर कुमार शर्मा, चैरिटी के लिए जसवीर सिंह, चिकित्सा सेवाओं के लिए प्रोफेसर केशव सिंघल का भी नाम है। अन्य भारतवंशियों में पीजी पेपर के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी पुनीत गुप्ता, यॉर्कशायर एशियन बिजनेस एसोसिएशन के निदेशक शेरोन कौर जंडू, सैंक्चुअरी फाउंडेशन के संस्थापक डॉ कृष्णा रोहन कंडियाह और ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट के कार्यकारी निदेशक हितन मेहता का भी ब्रिटिश सम्मान की सूची में है।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Dec 31, 2022, 08:21 IST
पूरी ख़बर पढ़ें »




Knighthood: ब्रिटेन के मंत्री रह चुके इस भारतवंशी को नाइटहुड सम्मान, किंग चार्ल्स-III ने इसलिए चुना #World #International #AlokSharma #Indian-originUkMinisterAlokSharma #AlokSharmaKnighthoodHonour #Cop26Summit #KingCharlesIiiNewYearHonoursList #SubahSamachar