साहस, शौर्य और वीरता का दूसरा नाम महाराणा प्रताप : डॉ. संजय परमार
साहस, शौर्य और वीरता का दूसरा नाम महाराणा प्रताप : डॉ. संजय परमारखरक। सम्मान एक प्रयास समिति संस्थापक व अध्यक्ष डाॅ. राजेश कुमार की अध्यक्षता में गांव कलिंगा में महाराणा प्रताप की जयंती पर रक्तदान, स्वास्थ्य जांच शिविर एवं सम्मान समारोह हुआ। रक्तदान शिविर का शुभारंभ मुख्य अतिथि भरत सिंह परमार ट्रैफिक मैनेजर रोडवेज, विशिष्ट अतिथि डॉ. संजय परमार विभागाध्यक्ष मनोविज्ञान जीजेयू हिसार, कैप्टन लालचंद गुज्जर सूई ने किया। विशिष्ट अतिथि डॉ. संजय परमार ने कहा कि महाराणा प्रताप साहस, शौर्य और वीरता का दूसरा नाम है। स्वास्थ्य के प्रति समाज को जागरूक करने के लिए इस तरह के स्वास्थ्य जांच शिविर सराहनीय एवं अनुकरणीय कार्य है। मा. पवन कुमार ने कहा कि समिति हर महापुरुष की जयंती पर सम्मान समारोह आयोजित करती है। इसी सोच के साथ महाराणा प्रताप के जन्मदिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य जांच शिविर का शुभारंभ गांव की वरिष्ठ महिला ज्ञान बाई व रामबती उम्र 95 वर्ष एवं पुरुष जगरूप सिंह उम्र 95 वर्ष एवं गांव बेटी मेघा, जिसने 10वीं कक्षा में हरियाणा में तीसरा स्थान प्राप्त किया ने रिबन काटकर किया।समिति अध्यक्ष डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य जांच शिविर में लगभग 400 महिला, पुरुष एवं बच्चों ने स्वास्थ्य जांच करवाई। शिविर में 50 लोगों ने रक्तदान कर किया। कार्यक्रम में समिति के संस्थापक अध्यक्ष डाॅ. राजेश कुमार, उपाध्यक्ष अनिल परमार, महासचिव डॉ. नवनीत ढांडा, कोषाध्यक्ष प्रदीप कुमार, ऋषिपाल प्रधान धामाण खाप, सुरेश परमार, बल्लू फौजी, राजेश डीपी, हरिसिंह कबड्डी कोच, सरपंच रमेश सिंह उपस्थित रहे। 101 दिवसीय परिक्रमा के दौरान मनाई महाराणा प्रताप जयंतीभिवानी। हनुमान जोहड़ी मंदिर महंत बालयोगी चरणदास महाराज के सान्निध्य में निकाली जा रही 101 दिवसीय परिक्रमा के दौरान प्रतिदिन यज्ञ, योग, सत्संग, पूजा एवं प्रार्थना कार्यक्रम के दौरान संत-महापुरूषों की स्मृति में भी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में परिक्रमा के दौरान हांसी गेट स्थित महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर महाराणा प्रताप की जयंती मनाई गई। बालयोगी महंत चरणदास महाराज ने कहा कि महाराणा प्रताप ऐसे योद्धा थे, जिन्होंने वीरता की नई परिभाषा से लोगों को अवगत करवाया था। जिन्होंने अपने स्वाभिमान व राष्ट्र की रक्षा के लिए कभी भी दुश्मनों से हार नहीं मानी तथा बड़ी से बड़ी जंग को भी जीतकर अपना स्वाभिमान व राष्ट्र का गौरव बनाए रखा। उन्होंने बताया कि 101 दिवसीय परिक्रमा श्रीकृष्ण जलवा महोत्सव 3 सितंबर तक लगातार जारी रहेगी। जिसके तहत रोजाना सुबह सवा 5 बजे से साढ़े 6 बजे तक डेढ़ घंटे की परिक्रमा निकाली जा रही है।
- Source: www.amarujala.com
- Published: May 29, 2025, 22:49 IST
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