H-1 B: आशंकाएं...आंसू और अफरा-तफरी; भारतीय पेशेवरों पर बहुत भारी पड़े 24 घंटे; सब कुछ छोड़कर लौटने लगे थे यूएस

एच1-बी वीजा पर एक लाख डॉलर (88 लाख रुपये) वसूलने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फरमान ने करीब 24 घंटे ऐसी अफरा-तफरी मचाई जो भारतीय पेशेवरों के लिए किसी दु:स्वप्न से कम नहीं थी। व्हाइट हाउस की तरफ से जब तक यह सफाई आई कि बढ़ी फीस सिर्फ नए आवेदनों पर लागू होगी और एक ही बार वसूली जाएगी। तब तक तमाम भारतीय पेशेवरों की सांसें अटकी रहीं। फैसला स्पष्ट नहीं था तो टेक कंपनियों ने कर्मचारियों को ई-मेल भेज तुरंत लौटने को कह दिया। कोई छुट्टी मनाने भारत आया था तो कोई काम के सिलसिले में अमेरिका से बाहर था। उनके पास सब कुछ छोड़कर 21 सितंबर की मध्यरात्रि की समयसीमा से पहले लौटने के सिवाय कोई चारा नहीं था। आशंका थी कि कहीं समय पर न पहुंच पाने के कारण इतनी मेहनत से हासिल नौकरी न चली जाए। हड़बड़ी में लौटे कुछ पेशेवरों ने सोशल मीडिया पर आपबीती साझा की। अमेरिका में तो देश से बाहर जाने वाले कुछ लोग आखिरी क्षणों में विमान से ही उतर गए। इससे उड़ानों में घंटों की देरी हुई। सैन फ्रांसिस्को हवाईअड्डे पर मौजूद कई भारतीय नागरिकों ने बताया कि वह अपनी छुट्टियां बीच में छोड़कर लौटे हैं। एनवीडिया के एक इंजीनियर ने बताया कि वह अपनी पत्नी और बच्चे के साथ जापान में छुट्टियां मना रहे थे। खबर सुनते ही उन्होंने अपनी वापसी उड़ान में फेरबदल किया। 10 साल से अमेरिका में रह रहे इंजीनियर ने कहा-सब कुछ एकदम अप्रत्याशित लग रहा है। इसी तरह उत्तरी कैरोलिना में मैन्युफैक्चरिंग इंजीनियर रोहन सिंह को भारत आने की अपनी योजना रद्द करनी पड़ी। एक बड़ी टेक कंपनी के इंजीनियर ने कहा, हमारे लिए परिवार के साथ वक्त बिताने और यहां रहने के बीच किसी एक को चुनने की स्थिति आ गई। विमान के चालक दल से मिन्नतें एक इंजीनियर के मुताबिक, उनकी पत्नी को अपनी मां की देखभाल के लिए भारत जाना था, जो खुद भी एच1-बी वीजाधारक हैं। नियोक्ता कंपनी का मेमो मिलने के बाद उन्होंने विमान के चालक दल के सदस्यों से विमान से उतारने की मिन्नतें। उनके साथ विमान में सवार कुछ अन्य भारतीयों ने भी कहा कि उन्हें विमान से उतरने दिया जाए। इसके बाद कम से कम पांच भारतीयों को उतार दिया गया। इस वजह से उड़ान में करीब तीन घंटे की देरी भी हुई। कोविड-19 के समय की याद आई चीनी सोशल मीडिया एप रेडनोट पर ऐसे कई वीडियो वायरल हैं जिसमें एच-1बी वीजाधारक हड़बड़ी में लौटने को बाध्य होने को लेकर अपनी नाराजगी जता रहे हैं। ऐसे ही एक वीडियो में एक पेशेवर ने बताया कि चीन में उतरने के कुछ ही घंटे बाद उसे वापस लौटना पड़ा। कुछ लोगों ने अपनी घबराहट की तुलना कोविड-19 महामारी के दौरान के अनुभव से की, जब यात्रा प्रतिबंध लागू होने से पहले ही उन्हें तुरंत अमेरिका लौटना पड़ा था। एच1-बी वीजा ने पहली बार गुलाम होने जैसा अनुभव कराया रेडनोट पर एक अनाम यूजर ने लिखा कि उसे एच1-बी वीजा के कारण पहली बार गुलाम होने जैसा अनुभव हुआ। उसे अपनी छुट्टियां बीच में छोड़कर लौटना पड़ा। उसने स्ट्रीट रेसिंग पर आधारित हॉलीवुड की एक चर्चित वेबसीरिज का जिक्र करते हुए कहा कि यह असली फास्ट एंड फ्यूरियस की तरह अमेरिका वापसी है। एक भारतीय पेशेवर ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, इस फैसले ने उनकी मां की आंखों में आंसू ला दिए। क्योंकि वह कई महीने बाद उनसे मिलने का इंतजार कर रही थीं लेकिन उन्हें अपनी छुट्टी रद्द करनी पड़ी।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Sep 22, 2025, 01:04 IST
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