सनातन की रक्षा के लिए पूर्वजों ने गर्दन कटवाईं, चोटी-यज्ञोपवीत नहीं: मंत्री सुनील शर्मा
श्री सनातन धर्म संस्कृत माध्यमिक विद्यालय के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण करते हुए प्रदेश के आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री सुनील शर्मा ने कहा कि सनातन की रक्षा के लिए हमारे पूर्वजों ने अपनी गर्दन कटवा दी, लेकिन चोटी व यज्ञोपवीत नहीं कटवाया। कैबिनेट मंत्री ने सनातन धर्म का नुकसान के लिए सिनेमा जगत को जिम्मेदार ठहराया। कहा कि बनिये को कंजूस, ठाकुर को अत्याचारी, जबकि पठान के बच्चे को नायक दिखाया गया। हमको अपनी संस्कृति और भाषा पर गर्व होना चाहिए। दुनिया के किसी मुल्क ने दूसरी भाषा के बल पर तरक्की नहीं की। संस्कृत विद्यालयों को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। रविवार को प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा ने नगर स्थित श्री सनातन धर्म संस्कृत माध्यमिक विद्यालय के भवन का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि चोटी और यज्ञोपवीत सनातन धर्म की पहचान थे। जिसके लिए पूर्वजों ने अपनी गर्दन तक कटवा दी, लेकिन हैरत की बात यह है कि अब उसी चोटी और यज्ञोपवीत को हम खुद छोड़ रहे हैं। 1857 की क्रांति संत, महात्मा और हमारे साधुओं ने शुरू की। राम जन्म भूमि को मुक्त कराने के लिए राजाओं के साथ ही साधु संन्यासियों ने बलिदान दिए। सनातन धर्म को बदनाम करने के लिए कैसा दुष्प्रचार किया गया। मां बच्चे को डराती है कि सो जा अन्यथा बाबा उठाकर ले जाएगा। उन्होंने अपनी संस्कृति अपनाने पर जोर दिया। इससे पूर्व विद्यालय में श्री रुक्मिणी बल्लभ धाम वेद वेदांग संस्कृत महाविद्यालय एवं गौशाला अवंतिका देवी आहार बुलंदशहर से आए स्वामी महानंद ब्रह्मचारी महाराज का विद्यालय के ब्रह्मचारियों ने मंत्रों के उच्चारण से स्वागत किया। मौजूद लोगों ने उनके चरणों में पुष्प अर्पित किए। छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर मन मोह लिया। इस मौके पर श्याम लाल शास्त्री, केशव सरन, विद्यालय के प्रबंधक बसंत सारस्वत ने विचार रखे। देवेश शर्मा, मुकेश शर्मा, महेंद्रपाल शर्मा, निर्भय शर्मा, समीर प्रभाकर, मनोज शर्मा, अश्विनी शर्मा आदि मौजूद रहे। संचालन साहित्य कुमार प्रभाकर ने किया।
- Source: www.amarujala.com
- Published: Nov 16, 2025, 15:21 IST
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