'ज़िंदगी जब भी ख़्वाब देती है, सबब की एक किताब देती है..., VIDEO

'ज़िंदगी जब भी ख़्वाब देती है, सबब की एक किताब देती है'..देश की वरिष्ठ कवयित्री डॉ. अनामिका जैन अंबर ने जब यह पंक्तियां पढ़ी, तो पूरा सदन तालियों के गड़गड़ाहट से गूंज उठा। मौका था राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर चंदौली प्रेस क्लब की ओर रविवार को अलीनगर स्थित एक लॉन में अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन का। कार्यक्रम का शुभारंभ मुगलसराय के भाजपा विधायक रमेश जायसवाल, चकिया नगर पंचायत के चेयरमैन गौरव श्रीवास्तव, भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ. केएन पांडेय और सैयदराजा के पूर्व सपा विधायक मनोज सिंह डब्लू ने ने मां सरस्वती के तैलचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया। कवि सम्मेलन के शुरुआत कवयित्री अनामिका जैन अंबर के सरस्वती के 108 नामों की कविता से हुआ। इसके बाद दिल्ली से आए युवा गीतकार कल्याण सिंह विशाल ने अपने जोशीले गीतों से युवाओं में ऊर्जा का संचार किया। उनकी लोकप्रिय पंक्तिया “लिफाफा बंद है और बंद है पहचान चिट्ठी में, यही है आरज़ू मेरी यही अरमान चिट्ठी में” ने दर्शकों का मन मोह लिया।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Nov 17, 2025, 18:08 IST
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