Fixed Deposit: आपके पास समय और जोखिम लेने की क्षमता है तो... एफडी के लिए बैंक के अलावा और भी हैं विकल्प

क्या आप घटती ब्याज दरों के बीच अपनी बचत पर मिलने वाले रिटर्न से संतुष्ट नहीं हैं क्या आप ऐसा विकल्प तलाश रहे हैं, जिसमें जोखिम कम और कमाई ज्यादा हो अगर हां, तो कॉरपोरेट एफडी आपके लिए ही है। ये पारंपरिक बैंक एफडी से ज्यादा रिटर्न देते हैं। क्या है कॉरपोरेट एफडी सरकारी, प्राइवेट कंपनियां और एनबीएफसी पहले से तय ब्याज दर और निश्चित अवधि के साथ निवेशक को कॉरपोरेट एफडी जारी करती हैं। निवेश अवधि समाप्त होने के बाद, कंपनी निवेशक को मूलधन ब्याज सहित लौटा देती है। यह बिल्कुल बैंक एफडी जैसा ही है, बस आप अपना पैसा किसी बैंक में जमा करने के बजाय किसी कंपनी में जमा करते हैं। तो क्या कॉरपोरेट एफडी भी बैंक एफडी की तरह सुरक्षित होती हैं नहीं, सभी कॉरपोरेट एफडी सुरक्षित नहीं होतीं। अगर कंपनी डिफॉल्ट करती है या दिवालिया हो जाती है, तब आपको पैसे के लिए इंतजार करना पड़ सकता है या आपका निवेश आंशिक या पूरी तरह डूब भी सकता है। बैंक एफडी की तुलना में कॉरपोरेट एफडी ज्यादा जोखिम भरी है, लेकिन आप अच्छी रेटिंग वाली कंपनियों पर भरोसा कर सकते हैं। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी क्रिसिल (CRISIL), इक्रा (ICRA) और केयर (CARE) कंपनियों की कर्ज चुकाने की क्षमता का आकलन करती हैं, और उन्हें रेटिंग देती हैं। रेटिंग देखकर आप आसानी से जान सकते हैं कि कौन-सी कंपनी आपके पैसे को ज्यादा सुरक्षित रखेगी रेटिंग मतलब जोखिम स्तर AAA/A1+ बहुत अधिक सुरक्षित बहुत कम AA/A2+ उच्च सुरक्षित कम A/A3+ पर्याप्त सुरक्षित मध्यम BBB/B मध्यम से उच्च जोखिम अधिक BBB से नीचे असुरक्षित बहुत अधिक अगर आप कॉरपोरेट एफडी में बचत करना चाहते हैं, तो कुछ खास बिंदुओं पर जरूर ध्यान दें: क्रेडिट रेटिंग: AA या इससे ऊंची रेटिंग वाली FD में ही निवेश करें। साख देखें: अच्छी तरह स्थापित, लगातार अच्छे वित्तीय प्रदर्शन और लाभ कमाने वाली कंपनियां ही चुनें। नियामक अनुपालन: कंपनी अधिनियम के तहत रजिस्ट्रेशन और RBI मानदंडों का पालन सुनिश्चित करें। ब्याज दर बनाम जोखिम: उच्च रिटर्न के लिए कम रेटिंग वाली कंपनियों से बचें। अवधि और तरलता: अपने वित्तीय लक्ष्यों के साथ FD मैच्योरिटी को मैच करें। पिछले भुगतान रिकॉर्ड: समय पर ब्याज/मूलधन का भुगतान करने वाली कंपनियों का चुनाव करें। स्कीम विवरण: समय पूर्व निकासी, नवीनीकरण और टीडीएस शर्तों को अच्छी तरह से पढ़ें। ये भी पढ़ें:जीवन बीमा मतलब शुद्ध सुरक्षा: टर्म इंश्योरेंस की मांग बढ़ी, GST छूट से प्लान हुए सस्ते; बीमा बाजार में बदलाव टैक्स का रखें ध्यान कॉरपोरेट एफडी पर मिलने वाला ब्याज कर योग्य होता है। ब्याज को आपकी कुल कर योग्य आय में जोड़ा जाएगा। अगर ब्याज की सालाना रकम 5,000 रुपये से ज्यादा है (NBFC के लिए 40,000 रुपये), तो 10% की दर से TDS (टैक्स डिडक्शन एट सोर्स) काटा जाएगा। अगर आपने पैन नंबर दर्ज नहीं किया है, तो TDS की दर डबल, यानी 20% होगी। आपकी सालाना आय कर योग्य सीमा से कम है, तब आप 15G/15H फॉर्म जमा कर TDS से बच सकते हैं। ध्यान रखें, कॉरपोरेट एफडी के लिए कोई विशेष कर छूट उपलब्ध नहीं है, जबकि कुछ टैक्स-सेविंग बैंक एफडी पर इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत टैक्स छूट का लाभ मिलता है। जानना जरूरी है:कॉरपोरेट और बैंक एफडी में अंतर जारीकर्ता: कॉरपोरेट एफडी- NBFC, मैन्युफैक्चरिंग, हाउसिंग फाइनेंस आदि, बैंक एफडी: सरकारी, प्राइवेट और सहकारी बैंक जोखिम स्तर कॉरपोरेट: उच्चतम-कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य पर निर्भर, बैंक: बहुत कम- नियमित और DICGC द्वारा बीमित ब्याज दर कॉरपोरेट: आमतौर पर अधिक (1-3% ज्यादा), बैंक: कम, लेकिन स्थिर तरलता कॉरपोरेट: समय से पहले निकासी प्रतिबंधित या जुर्माने के साथ, बैंक एफडी: आमतौर पर आसान, पर जुर्माना लग सकता है। ये भी पढ़ें:Digital Gold: डिजिटल गोल्ड खरीदने का क्या है सही तरीका, SEBI चेतावनी के बाद बढ़ी चिंता; जानिए सुरक्षित विकल्प कॉरपोरेट और बैंक एफडी पर ब्याज कंपनी/बैंक 01 साल 03 साल श्रीराम फाइनेंस 7.00% 7.60% महिंद्रा फाइनेंस 6.60% 7.00% पीएनबी हाउसिंग 6.85% 7.10% सुंदरम होम फाइनेंस 6.70% 7.00% बजाज फाइनेंस लि. 6.60% 6.95% मनिपाल हाउसिंग 8.25% 8.25% मुथूट कैपिटल 7.90% 8.95% भारतीय स्टेट बैंक 6.25% 6.30% यूनियन बैंक ऑफ इंडिया 6.40% 6.60% बैंक ऑफ महाराष्ट्र 6.20% 6.20% एक्सिस बैंक 6.25% 6.60% एचडीएफसी बैंक 6.25% 6.45% आईसीआईसीआई बैंक 6.25% 6.60% आईडीएफसी फर्स्ट बैंक 6.30% 7.00% नोट: ब्याज दर सामान्य ग्राहकों के लिए, 21 नवंबर, 2025 के मुताबिक। स्रोत: PaisaBazaar.com

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Nov 24, 2025, 06:13 IST
पूरी ख़बर पढ़ें »




Fixed Deposit: आपके पास समय और जोखिम लेने की क्षमता है तो... एफडी के लिए बैंक के अलावा और भी हैं विकल्प #BusinessDiary #BankFd #CorporateFd #FdHigherReturns #FixedDeposit #HigherReturnsThanBankFds #FixedDepositNews #FixedDepositHigherReturn #बैंकएफडी #कॉर्पोरेटएफडी #एफडीपरअधिकरिटर्न #SubahSamachar