Hindi Poetry:  सुरजीत पातर की 2 चुनिंदा कविताएं

1- जब बोलो तो ध्यान रखो ! किसी के सम्मुख बोल रहे हो । ग़ैरहाज़िरों को भी हाज़िर समझो । याद रखो ! मरे और बिछड़े हुए भी दूर कहीं सुनते हैं हमें । दूर कहीं सुनते हैं वे भी जो बनेंगे हमारे वारिस । जब बोलो तो याद रखो ! यह सब किसी गुप्त ग्रन्थ में लिखा होगा जब बोलो तो केवल कण्ठ से ही न बोलो दिल से बोलो । और जब लगे कि होंठों से हृदय का रिश्ता टूट गया है, तो मौन हो जाओ । पंजाबी से अनुवाद : योजना रावत

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Jun 12, 2025, 17:46 IST
पूरी ख़बर पढ़ें »




Hindi Poetry:  सुरजीत पातर की 2 चुनिंदा कविताएं #Kavya #Kavita #SurjitPatar #HindiPoems #SubahSamachar