Hindi Poetry: पवन कुमार मिश्र की कविता- महीना दिसंबर हुआ

कोहरे का घूंघट, हौले से उतार कर। चम्पई फूलों से, रूप का सिंगार कर। अम्बर ने प्यार से, धरती को जब छुआ। गुलाबी ठंडक लिए, महीना दिसम्बर हुआ। धूप गुनगुनाने लगी, शीत मुस्कुराने लगी। मौसम की ये खुमारी, मन को अकुलाने लगी। आग का मीठापन जब, गुड से भीना हुआ। गुलाबी ठंडक लिए, महीना दिसम्बर हुआ।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Dec 27, 2022, 19:50 IST
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