चिंताजनक: 10 साल में असोला भाटी वन्यजीव अभ्यारण्य में तेंदुओं की आधी रह गई संख्या, आठ ने हादसों में गंवाई जान

दिल्ली के असोला भाटी वन्यजीव अभयारण्य में तेंदुओं की तादाद एक बार फिर बढ़ने लगी है। फिलहाल 32 वर्ग किलोमीटर के वन क्षेत्र में आठ व्यस्क तेंदुए हैं। हाल ही में बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी(बीएनएचएस) ने अभ्यारण्य में दो शावकों का जन्म होने की पुष्टि की। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर तेंदुए सड़क हादसे का शिकार नहीं होते तो आबादी दोगुना हो सकती थी। फिलहाल यहां आठ तेंदुए हैं, जबकि पिछले 10 साल में सड़क दुर्घटनाओं में इतने ही तेंदुए मर चुके हैं। यानी आबादी अब 50 फीसदी रह गई है। दिल्ली-गुरुग्राम-फरीदाबाद के सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित यह अभयारण्य पशुओं के लिए दोबारा जन्स्थली के तौर पर विकसित होने लगा है। पिछले दिनों एक मादा तेंदुए से दो शावकों का जन्म होने के बाद एक बार फिर वन्य जीवों के संरक्षण की दिशा में की जा रही पहल से उम्मीदें बढ़ी हैं। बीएनएचएस के सहायक निदेशक डॉ. सुहैल मदान के मुताबिक अभ्यारण्य में आठ तेंदुए हैं।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Jan 24, 2023, 05:51 IST
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