मेघालय: सातवें दिन भी नहीं मिला इंदौर के कपल का कोई सुराग, पर्यटन मंत्री बोले-सीएम खुद रख रहे हैं नजर

मध्य प्रदेश के इंदौर से मेघालय के सोहरा (चेरापूंजी) हनीमून पर आए नवविवाहित जोड़े की रहस्यमय गुमशुदगी के बाद से खोज अभियान तेज कर दिया गया है। लेकिन सातदिन बीत जाने के बाद भी उनका कोई सुराग नहीं मिल पाया है। इस घटना को लेकर पूरे मेघालय में चिंता का माहौल है, क्योंकि मेघालय देश का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है और इसकी अर्थव्यवस्था काफी हद तक पर्यटन पर निर्भर करती है। किसी भी पर्यटक के साथ कोई अनहोनी होना यहां की पर्यटन छवि पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर सकता है। हालांकि, मेघालय रूरल टूरिज्म फोरम के अध्यक्ष ने कहा है कि सरकार दंपती को खोजने में पूरी कोशिश कर रही है। दूसरी ओर, मेघालय भाजपा नेता और कैबिनेट मंत्री एलेक्जेंडर लालू हेग ने भी इस घटना को अत्यंत दुखद बताया। उल्लेखनीय है कि 23 मई को राजा रघुवंशी उम्र 30 वर्ष और उनकी 27 वर्षीय पत्नी सोनम दोनों लापता हो गए थे। सात छह दिन बीत जाने के बाद भी उनका कोई सुराग नहीं लग पाया है। ईस्ट खासी हिल्स जिला पुलिस ने अभियान को और तेज कर दिया है। चार खोज और राहत दल सक्रिय रूप से इस क्षेत्र में लगे हुए हैं, जिनमें मेघालय पुलिस, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, होम गार्ड्स और स्थानीय ग्रामीण शामिल हैं। खोज टीम ने नोंग्रियात और मावलाखियात के बीहड़ क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया है, जो ट्रेकिंग और पर्यटन के लिए प्रसिद्ध हैं। दंपती की आखिरी लोकेशन भी यहीं पाई गई थी। उल्लेखनीय है कि दोनों की शादी हाल ही में 11 मई को हुई थी। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटनाः एलन इस बारे में मेघालय रूरल टूरिज्म फोरम (एमआरटीएफ ) के अध्यक्ष एलन वेस्ट खारकोंगोर ने कहा, यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, फिलहाल इससे अधिक कुछ कहना संभव नहीं है। हो सकता है कि वर्षा ऋतु के कारण झरनों का प्रवाह बहुत तेज हो, और इनमें से एक के गिरने पर दूसरा भी उसे बचाने के प्रयास में गिर गया हो। या फिर संभव है कि वे बिना किसी को बताए सोहरा से किसी और स्थान पर चले गए हों और वहां कुछ अनहोनी हो गई हो। लेकिन मेघालय सरकार दोनों की तलाश के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इस बीच, मेघालय भाजपा नेता और कैबिनेट मंत्री एलेक्जेंडर लालू हेग ने भी इस घटना को अत्यंत दुखद बताया। उन्होंने कहा, वे स्वयं सोहरा गए थे और वहां खोज अभियान में लगे सभी अधिकारियों से मुलाकात की। उन्होंने स्थानीय लोगों से भी बातचीत की, जो पूरी निष्ठा से इस खोज अभियान में लगे हुए हैं। लेकिन अब तक कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई है। हेग ने यह भी कहा कि लूटपाट की संभावना कम है क्योंकि यह एक पर्यटन क्षेत्र है और यहां पर्यटकों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाता है। हालांकि यह भी सुना गया है कि महिला के पास काफी गहने थे, इसलिए कोई संभावना पूरी तरह से नकारा नहीं जा सकता। मुख्यमंत्री खुद रख रहे हैं नजरः पर्यटन मंत्री पर्यटन मंत्री पॉल लिंडोह ने कहा कि मेघालय का पर्यटन अन्य राज्यों से थोड़ा अलग है क्योंकि यहां की भौगोलिक स्थिति चुनौतीपूर्ण है। सरकार ने कई बार सुझाव दिया है कि यदि कोई पर्यटक प्रसिद्ध स्थलों के अलावा किसी अन्य स्थान पर जाता है, तो उसे एक स्थानीय गाइड साथ लेना चाहिए, ताकि वह मार्गदर्शन कर सके। क्योंकि कुछ ऐसे भौगोलिक रूप से खतरनाक स्थान हैं जहां स्थानीय लोग भी नहीं जाते, इसलिए गाइड जरूरी है। जहां तक मेघालय के पर्यटन की बात है, इसमें कोई शक नहीं कि मेघालय देश के सबसे सुरक्षित पर्यटन स्थलों में से एक है। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, जो कहीं भी हो सकती है। इसका यह मतलब नहीं है कि मेघालय सुरक्षित नहीं है। मेघालय सरकार के सभी विभाग और स्थानीय लोग उन्हें खोजने में लगे हुए हैं। खुद मुख्यमंत्री इस पूरे मामले पर नजर रखे हुए हैं।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: May 29, 2025, 22:34 IST
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