Indore: इंदौर निगम परिषद के तीन साल- नवाचारों पर जोर, मूलभूत सुविधाएं कमजोर

इंदौर में नगर निगम परिषद के मंगलवार को तीन साल पूरे हो गए है। इन तीन सालमें शहर की सफाई व्यवस्था बरकरार रही। स्वच्छता में इंदौर सिरमौर रहा, लेकिन बड़ी घोषणाएं तीन साल में भी पूरी नहीं हो पाई। अभी तक नर्मदा के चौथे चरण का काम शुरू नहीं हो पाया और न शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पटरी पर आसकी। तीन साल पहले जब मेयर के रुप में पुष्य मित्र भार्गव चुनाव जीते थे, तो उन्होने कहा कि हम आने वाले पचास वर्षों के हिसाब से इंदौर की जरुरतों पर ध्यान देंगे। मेयर ने स्मार्ट क्लास, उच्च शिक्षा के लिए छात्रों को कोचिंग, उद्यानों मेें योग कक्षाएं व खुली व्यायामशालाएं जैसे नवाचारों पर जोर दिया, लेकिन शहरवासी गंदे पानी, सड़कों पर गड्ढे जैसी समस्या से अभी भी जूझ रहे है। तीन सौ करोड़ रुपये बांड से जुटाए नगर निगम परिषद ने तीन सौ करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि बांड के जरिए जुटाई। इस राशि का उपयोग जलूद में सोलर प्लांट बनाने में किया जाना था, लेकिन अभी तक काम पूरा नहीं पाया है। नर्मदा के चौथे चरण का काम भी शुरू नहीं हो सका। शहर के पुराने क्षेत्रों में सीवरेज लाइन के कामों पर जोर रहा। नगर निगम सीमा में शामिल 29 गांवों में भी सीवरेज, पेयजल लाइन के काम शुरू हुए। ट्रैफिक मित्र बनाए, खुद ट्रैफिक संभाला मेयर ने खुद कई मार्गों पर जाकर ट्रैफिक संभाला, शहर में ट्रैफिक मित्र बनाए, जो ट्रैफिक व्यवस्था देखते है, लेकिन ट्रैफिक सुधार को लेकर ठोस काम नहीं हुए। शहर के मार्गों पर रैली-जुलूस को लेकर गाइडलाइन का पालन नहीं होता। उनके कारण शहरवासियों को जाम झेलना पड़ता है। नए मार्गो का निर्माण नहीं शहर में सड़कों का चौड़ीकरण तो किया जा रहा है, लेकिन नए मार्गों के निर्माण पर ध्यान नहीं दिया गया। नए मार्गों से ट्रैफिक में आसानी होती है। पांच साल से जिन नए मार्गों का निर्माण जारी है। वे भी पूरे नहीं हो पाए। एमआर-4 आठसाल बाद भी कुर्मेडी बस स्टैंड से नहीं जुड़ पाई और जवाहर मार्ग से गौतमपुरा तक बनी रिवर साइड रोड पलसीकर काॅलोनी से नहीं जुड़ सकी। सड़क, ड्रेनेज, पेयजल लाइनों के काम किए तीन साल में हमने काॅलोनियों में सड़कें बनाई। वर्षों से जिन क्षेत्रों में ड्रेनेज, पेयजल लाइन के काम नहीं हुए थे। उसे पूरा किया गया। जितने ब्रिज शहर में बन रहे है, उतने पहले कभी एक साथ नहीं बने। हुकमचंद मिल की जमीन का निराकरण किया गया। मजदूरों को बकाया दिया गया।-पुष्य मित्र भार्गव, मेयर

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Aug 05, 2025, 07:06 IST
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