Gujarat: मंत्रिमंडल विस्तार से अगले चुनाव पर निशाना, कांग्रेस-आप के दांव किए कमजोर, अमित शाह की पकड़ हुई मजबूत

भाजपा ने गुजरात मंत्रिमंडल विस्तार के सहारे 2027 के विधानसभा चुनावों की तैयारी शुरू कर दी है। विस्तार में राज्य के सभी क्षेत्रों कच्छ-सौराष्ट्र, उत्तरी और दक्षिणी गुजरात को पर्याप्त महत्त्व दिया गया है। आदिवासी और पाटीदार सहित सभी प्रभावशाली वर्गों को समुचित भागीदारी देकर उन्हें साधने की कोशिश की गई है। पार्टी ने शुक्रवार को हुए मंत्रिमंडल विस्तार में उन सभी समस्याओं का समाधान खोजने की कोशिश की है जिसका सामना उसे अगले विधानसभा चुनावों में करना पड़ सकता है। इस मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा के मजबूत हो रहे क्षत्रपों का पर कतर कर उनका कद छोटा करने की कोशिश की गई है तो पूरे मंत्रिमंडल विस्तार में मोदी-शाह की जोड़ी का असर साफ दिखाई दे रहा है। यह भी पढ़ें - Gujarat: नए मंत्रिपरिषद का शपथ ग्रहण, हर्ष सांघवी राज्य के नए डिप्टी सीएम; रिवाबा जडेजा को भी मंत्रीपद भाजपा ने इस समीकरण में स्थानीय संतुलन को भी साधने की कोशिश की है। राज्य की राजनीति में अति प्रभावशाली हो रहे एक नेता के किसी भी करीबी को मंत्रिमंडल में शामिल न कर गुटबाजी को रोकने की पूरी कोशिश की गई है। हर्ष सांघवी के साथ-साथ सभी मंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के करीबी बताए जा रहे हैं। नए मंत्रिमंडल विस्तार में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के साथ-साथ नए प्रदेश अध्यक्ष जगदीश विश्वकर्मा की भूमिका अहम मानी जा रही है। 4 आदिवासी मंत्री बनाकर आदिवासियों को साधा हाल के दिनों में राहुल गांधी और कांग्रेस ने गुजरात में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश की है। किसानों और आदिवासियों का मुद्दा उठाकर कांग्रेस गुजरात में अपनी वापसी का रास्ता तलाश रही है। आम आदमी पार्टी भी अपने आदिवासी युवा नेता और विधायक चैतर बसावा के जरिए राज्य में अपनी भूमिका बढ़ाने की कोशिश कर रही है। इसके पहले के चुनाव में आदिवासी नेता छोटू भाई बसावा ने भाजपा के सामने मुश्किलें पैदा की थीं। उन्होंने अपनी नई पार्टी बनाकर कांग्रेस के साथ मिलकर दो सीटों पर जीत हासिल कर ली थी। इस नए नेता का उभार राज्य की आदिवासी राजनीति में नया उफान पैदा कर सकता है। भाजपा नेतृत्व यह समझ रहा है कि यदि समय रहते इस मोर्चे पर काम नहीं किया गया तो यह मुद्दा आने वाले चुनावों में उसे परेशान कर सकता है। शुक्रवार के मंत्रिमंडल विस्तार में चार आदिवासी नेताओं को शपथ दिलाना इसी दिशा में एक बड़ी कोशिश माना जा रहा है। भाजपा के इन चार आदिवासी नेताओं पीसी बरंडा, रमेशभाई कटारा, जयराम चेमाभाई गामित और नरेशभाई पटेल के सामने आदिवासी बेल्ट में पार्टी को मजबूत करने की जिम्मेदारी होगी। किसानों को भी साधने की कोशिश गुजरात में किसानों और पाटीदारों का आंदोलन काफी प्रभावशाली रहा है। भाजपा ने राज्य के किसानों के लिए अनेक समाधान प्रस्तुत कर उनका दिल जीतने की कोशिश की है जिसका असर पिछले लोकसभा चुनावों में भी देखने को मिला है। पिछले गुजरात विधानसभा चुनावों में भी भाजपा को किसानों का अच्छा साथ मिला था। लेकिन इसके बाद भी नए फेरबदल में भी इस समीकरण को मजबूती से साधने की कोशिश हुई है। पूर्व गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष अर्जुन भाई मोडवाडिया का मंत्रिमंडल में शामिल होना इसी रणनीति का एक हिस्सा माना जा रहा है। यह भी पढ़ें - Tejas: स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस एमके1ए ने भरी पहली उड़ान, राजनाथ सिंह बोले- मेरा सीना गर्व से चौड़ा हो गया क्षेत्रीय संतुलन साधने की कोशिश भाजपा ने इस मंत्रिमंडल विस्तार में गुजरात के सभी महत्त्वपूर्ण हिस्सों को सम्मानजनक भागीदारी देने की कोशिश की है। सौराष्ट्र-कच्छ के हिस्से से 9 मंत्री बनाए गए हैं। इसमें कांतिभाई अमृतिया, त्रिकम छांगा, कुंवरजी बावलिया, परसोत्तम सोलंकी, जीतुभाई वाघाणी, रिवाबा जाडेजा, अर्जुन भाई मोढवाडिया, कौशिक भाई वकरिया और प्रद्युमन वांझा शामिल हैं।गुजरात के सबसे मजबूत इलाके दक्षिण गुजरात से हर्ष सांघवी को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। इसके अलावा ईश्वर सिंह पटेल, डॉ. जयराम गामित और नरेश पटेल को भी मंत्री बनाया गया है। मध्य गुजरात से 5 मंत्रियों रमनभाई सोलंकी, कमलेश पटेल, संजय सिंह महीदा, रमेश कटारा और मनीषा वकील ने मंत्रिमंडल में जगह बनाई है।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Oct 17, 2025, 15:26 IST
पूरी ख़बर पढ़ें »




Gujarat: मंत्रिमंडल विस्तार से अगले चुनाव पर निशाना, कांग्रेस-आप के दांव किए कमजोर, अमित शाह की पकड़ हुई मजबूत #IndiaNews #National #GujaratCabinet #GujaratCabinetExpansion #GujaratNextElection #Congress #Aap #GujaratBjp #AmitShah #CmBhupendraPatel #SubahSamachar