Balrampur News: यूरिया के लिए सुबह से जुटे किसान, शाम को खाली हाथ लौटे
बलरामपुर। जिले में धान की फसल को बचाने के लिए किसान इन दिनों यूरिया के एक-एक दाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं। बृहस्पतिवार को कई समितियों पर भारी भीड़ जमा रही। किसान सुबह से लाइन में लगे रहे, लेकिन देर शाम तक ज्यादातर को खाद नहीं मिल सकी। कई जगहों पर धक्का-मुक्की जैसे हालात बन गए। किसानों का कहना है कि खेत सूख रहा है और जिम्मेदार आंखें बंद किए बैठे हैं।मथुरा बाजार की साधन सहकारी समिति पर सुबह सात बजे से ही करीब 500 से 700 किसान यूरिया के लिए जुट गए। समिति संचालक राम कबीर यादव ने बताया कि महज 400 बोरी यूरिया उपलब्ध है, जबकि मांग 1000 बोरी से ज्यादा है। सीमित स्टॉक के चलते सभी को एक-एक बोरी देकर संतुष्ट करने की कोशिश की जा रही है। किसान रामरूप यादव ने बताया कि उन्हें 15 बीघा खेत के लिए 4-5 बोरी यूरिया की जरूरत है, लेकिन सिर्फ एक बोरी ही मिल सकी। किसान सुरेश यादव ने बताया कि सुबह पांच बजे से लाइन में खड़े हैं, लेकिन स्टॉक खत्म हो गया और वह खाली हाथ लौटना पड़ा। किसान जटाशंकर तिवारी ने कहा कि खाद की कमी के कारण फसल की बढ़वार रुक गई है, मजबूरी में महंगे दाम पर बाजार से खाद लेना पड़ रहा है। भगवतीगंज सहकारी समिति पर यूरिया के लिए पूरे दिन लाइन लगी रही। वितरण नहीं हो सका, इफको के क्षेत्रीय प्रबंधक गौरव शर्मा ने बताया कि भीड़ अधिक जुट रही है, पुलिस की मांग की गई है। ट्रक आया लेकिन इंतजार खत्म नहीं गैड़ास बुजुर्ग (बलरामपुर)। साधन सहकारी समिति हुसैनाबाद ग्रिंट पर यूरिया की नई खेप ट्रक से तो आ गई, लेकिन वितरण की सुस्त गति से किसान परेशान रहे। समिति प्रभारी विजय मिश्रा ने कहा कि सभी किसानों को खाद दी जाएगी। वहीं अजमल, शुभकरण, भंडारी, अजीज व मोहम्मद हनीफ ने कहा कि वे सुबह छह बजे से समिति पर बैठे हैं, लेकिन खाद नहीं मिल सकी।तीन दिन से लगा रहे चक्करहरिया सतघरवा (बलरामपुर)। साधन सहकारी समिति कोहड़ौरा पर यूरिया की किल्लत ने किसानों की नींद उड़ा दी है। बृहस्पतिवार को भी यहां खाद नहीं मिल सकी। किसान रामबचन, रामशंकर और जलील ने बताया कि वे तीन दिनों से आ रहे हैं लेकिन समिति पर न तो स्टॉक है और न ही कोई भरोसेमंद जवाब ही मिल पा रहा है। इधर, निजी दुकानों पर खाद खुलेआम ब्लैक में बेची जा रही है।जल्द आपूर्ति न हुई तो करेंगे आंदोलनराम स्वरूप, महादेव, राहुल व सियाराम आदि किसानों ने कहा कि अगर जल्द पर्याप्त मात्रा में खाद की आपूर्ति नहीं हुई तो वे आंदोलन को मजबूर होंगे। उनका कहना है कि सरकार सिर्फ कागजों पर किसानों की हितैषी है, जबकि जमीनी सच्चाई कुछ और है। किसान नेताओं ने जिला प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।किसानों की सहायता के लिए बना कंट्रोल रूमकिसानों की सहायता के लिए डीएम पवन अग्रवाल ने जिला मुख्यालय सहित सभी ब्लॉकों में अधिकारी नामित करते हुए कंट्रोल रूम का संचालन शुरू कर दिया है। किसान कंट्रोल रूम से अपनी समस्या का समाधान करा सकते हैं। बलरामपुरकेसाधनसहकारीसमितिकोहड़ौरामेंखादलेनेकेलिएजुटीकिसानोंकीभीड़।-संवाद
- Source: www.amarujala.com
- Published: Jul 31, 2025, 21:14 IST
Balrampur News: यूरिया के लिए सुबह से जुटे किसान, शाम को खाली हाथ लौटे #UpNews #BalrampurNews #SubahSamachar