पटाखा बनाते समय विस्फोट: इलाज के दौरान पुत्र की भी मौत, धमाके में मारे गए थे माता-पिता, एक अब भी गंभीर

राजधानी लखनऊ के गुडंबा थाना क्षेत्र के बेहटा गांव में घर में पटाखे बनाते समय हुए विस्फोट में गंभीर घायल हुए इरशाद (22) की इलाज के दौरान मौत हो गई। धमाका अवैध रूप से पटाखा बनाने के दौरान हुआ था जिसमें इरशाद के पिता आलम (50) और मां मुन्नी (48) की मौके पर ही मौत हो गई थी। विस्फोट में पड़ोसी नदीम भी घायल हो गया था। उसकी हालत गंभीर है। एक किमी दूर तक सुनी गई थी धमाके की आवाज आलम के घर में धमाके की आवाज एक किलोमीटर दूर तक सुनाई दी थी। ग्रामीण आलम के मकान तक पहुंचे तो वहां मकान की जगह सिर्फ ईंटें बिखरी मिलीं। टीनशेड उड़कर बिजली के केबल पर लटक गया था। पड़ोस के महबूब, मो. मकसूद, जैद, मो. शकील और शरीफ के मकानों में भी दरारें पड़ गई थीं। ये भी पढ़ें - एक नवंबर से बिजली उपभोक्ताओं के लिए लागू होगी नई व्यवस्था, होंगे ये पांच प्रमुख फायदे ये भी पढ़ें - श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी पर मुकदमा दर्ज, बिना मान्यता लिया गया छात्रों का प्रवेश जहां पर दफनाए गए थे पटाखे, वहां भी हुआ विस्फोट, लोगों में दहशत गुडंबा के बेहटा और सेमरा गांव में रविवार को हुए दो धमाकों की दहशत अभी कम नहीं हुई थी कि बुधवार सुबह सेमरा गांव में भुइयन देवी मंदिर मार्ग पर एक बार फिर जोरदार धमाका हुआ। धमाका उस जगह पर हुआ जहां जब्त पटाखों व बारूद को दफनाया गया था। इससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। गनीमत रही कि कोई घायल नहीं हुआ। लोगों ने बम निरोधक दस्ते (बीडीडीएस) पर लापरवाही से विस्फोटक के डिस्पोजल का आरोप लगाया है। ग्रामीण राहुल ने बताया कि वह सुबह मैदान में फुटबॉल खेल रहे थे। इस बीच सुबह 6.15 बजे जिस स्थान पर बम निरोधक दस्ते ने शेरू के गोदाम से बरामद पटाखों का दफनाया था उसमें जोरदार धमाका हुआ। धमाका इतना तीव्र था कि काफी दूर तक लोगों को इसकी आवाज सुनाई दी। इससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई। ग्रामीण अपने घरों से निकल आए। सुबह 6:30 बजे पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और इलाके की घेराबंदी की। सात बजे चौकी इंचार्ज हरिओम पटेल और प्रधान प्रतिनिधि विनोद जायसवाल मौके पर पहुंचे। बीडीडीएस की टीम ने मौके पर पहुंचकर विस्फोटक स्थल का मुआयना किया। ग्रामीणों का कहना है कि बीडीडीएस और पुलिस ने पटाखों के डिस्पोजल में मानक का सही से पालन नहीं किया। इससे लोगों की जान खतरे में पड़ी। बीडीडीएस कर्मियों के मुताबिक जमीन में दबाया गया सारा विस्फोटक नष्ट हो गया है। फिर भी एहतियातन इलाके को सील कर दिया गया। एसीपी गाजीपुर ए. विक्रम सिंह का कहना है कि बम निरोधक दस्ते ने पटाखों को डिस्पोज किया था।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Sep 04, 2025, 14:12 IST
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