Chhoti Diwali 2025: छोटी दिवाली पर बनाएं बिना तला-भुना त्योहार वाला खाना
Oil-free Diwali Food:दिवाली सिर्फ रोशनी और सजावट का नहीं, बल्कि स्वाद6 और परंपरा का भी त्योहार है। इस दिन हर राज्य में ऐसे व्यंजन बनाए जाते हैं जो समृद्धि, मिठास और शुभता का प्रतीक होते हैं। उत्तर भारत में दिवाली के दिन पूड़ी, कचौड़ी, आलू-टमाटर की सब्ज़ी, दाल मखनी, पनीर की डिशेज़ और विभिन्न मिठाइयां जैसे लड्डू, गुझिया, चकली, बालूशाही और बेसन के लड्डू बनाए जाते हैं। दक्षिण भारत में नारियल और गुड़ से बनी मिठाइयों जैसे पायसम, अडैयप्पम, और नालिकेर लड्डू का चलन है। गुजरात और महाराष्ट्र में फरसाण, चिवड़ा, नमकीन, पूरणपोली और शकरपारे बनाना शुभ माना जाता है। दिवाली पर ऐसा भोजन बनाया जाता है जो सात्विक, समृद्ध और मधुर स्वाद वाला होक्योंकि ये दिन लक्ष्मी माता के स्वागत और समृद्धि की कामना का होता है। माना जाता है कि मिठास बांटना, खुशियों और सौभाग्य का प्रतीक है, इसलिए दिवाली पर घरों में तरह-तरह के पकवान बनाना संस्कृति, प्रेम और एकता का प्रतीक बन गया है। त्योहारों का मतलब सिर्फ मिठाई और तली-भुनी चीजें नहीं होता, बल्कि संतुलित स्वाद और सेहत का मेल भी हो सकता है। छोटी दिवाली यानी नरक चतुर्दशी पर अगर आप हल्का लेकिन स्वादिष्ट खाना बनाना चाहते हैं, तो कुछ आसान और हेल्दी विकल्प चुन सकते हैं।
- Source: www.amarujala.com
- Published: Oct 18, 2025, 10:51 IST
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