Delhi: दो आतंकियों की गिरफ्तारी का मामला, मददगार की तलाश में यूपी, दिल्ली, उत्तराखंड और पंजाब में दबिश

दिल्ली से गिरफ्तार हरकत-उल-अंसार और खालिस्तान के कथित आतंकियों की गिरफ्तारी से रोज ही नए खुलासे हो रहे हैं। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया है कि इनको उत्तराखंड में ''ड्रॉप डेड मैथड'' के जरिये हथियार मिले थे। पाकिस्तान में बैठे इनके आकाओं ने मोबाइल एप के जरिये इन हथियारों की गूगल लोकेशन नौशाद को शेयर की थी। इसके बाद हथियारों को उत्तराखंड में अज्ञात स्थान से लेकर दिल्ली लाया गया था। सूत्रों का कहना है कि सभी बरामद हथियार नेपाल के रास्ते भारत पहुंचे थे। यह भी जानकारी मिली है कि 30 जनवरी को इन आतंकियों को कुछ और हथियार और गोला-बारूद मिलना था। 26 जनवरी के बाद किसी भी दिन इन आरोपियों को टारगेट किलिंग करना थी। इसके लिए रेकी भी कर ली गई थी। इनके निशाने पर कौन हिंदू नेता थे, पुलिस इसका खुलासा नहीं कर रही है। पुलिस इनके बाकी नेटवर्क का पता लगाने का प्रयास कर रही है। दिल्ली पुलिस सूत्रों का कहना है कि नौशाद और जगजीत के पास से मिले दस्तावेज व टेक्निकल सर्विलांस की मदद से पता चला है कि इनके भारतीय नेटवर्क में पांच अन्य लोग भी शामिल हैं। इनमें से तीन जहांगीरपुरी और एक यूपी और एक बिहार का बताया जा रहा है। दोनों की गिरफ्तारी के बाद सभी अंडरग्राउंड हो गए हैं। हालांकि, पुलिस सूत्र यह भी दावा कर रहे हैं कि पाकिस्तान में बैठे आकाओं के इशारे पर दो लोगों ने इनको उत्तराखंड में हथियार उपलब्ध कराए थे। दोनों उनको नहीं जानते हैं। पुलिस इनकी तलाश में दिल्ली, यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा में छापेमारी कर रही है। हल्द्वानी जेल में एक साथ बंद थे दोनों जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि नौशाद और जगजीत उत्तराखंड की हल्द्वानी जेल में एक साथ बंद थे। वहीं पर दोनों के बीच गहरे संबंध हुए और दोनों दिल्ली आ गए। जगजीत सिंह बंबीहा गिरोह से जुड़ा था। इसलिए वह कनाडा में बैठे खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप डल्ला के संपर्क में आ गया। वहीं सुहेल के जरिये नौशाद भी आईएसआई के आकाओं के संपर्क में था। सुहेल ने ही नौशाद को बताया था कि उसे भारत में किस हिंदू नेता की टारगेट किलिंग करना है। मृतक की अब तक शिनाख्त नहीं वहीं दूसरी ओर नौशाद और जगजीत ने डेमो के लिए जिस युवक की हत्या की थी, उसकी पहचान अभी भी नहीं हो पाई है। कुछ परिवार पुलिस के संपर्क में हैं। वह दावा कर रहे हैं, लाश उनके करीबी की हो सकती है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जरूरत पड़ने पर शव और दावेदारों का डीएनए भी कराया जाएगा। बता दें कि 12 जनवरी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जहांगीर पुरी की श्रद्धानंद कॉलोनी से दो कथित आतंकी नौशाद और जगजीत को यूएपीए में गिरफ्तार किया था। फिलहाल वे 14 दिन की पुलिस रिमांड पर चल रहे हैं।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Jan 17, 2023, 22:57 IST
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