Pratapgarh News: बिजली कर्मियों की हड़ताल से 1863 गांवों में छाया अंधेरा
बिजली कर्मियों की हड़ताल लगातार दूसरे दिन सफल रही। शहरी इलाकों में विद्युत बहाल करने में जिला प्रशासन को पसीना छूट गया। शहर और टाउन एरिया में आपूर्ति बहाल करने के लिए रात भर बिजली कर्मचारियों की धरपकड़ का अभियान भी चला। रानीगंज, कटरामेदनीगंज में कर्मचारियों को पुलिसकर्मी घर से उठा ले गए। लोगों को रात में अंधेरे के अलावा पीने के पानी का संकट भी झेलना पड़ा। जिले में बिजली संगठन द्वारा की गई 72 घंटे का व्यापक असर दूसरे दिन भी देखने को मिला। बिजली न होने से जिले के 1863 गांवों में अंधेरा छाया रहा। बिजली की आपूर्ति न होने से कल-कारखाने ठप रहे। बिजली विभाग की ओर से दावा किया जाता रहा कि शासन की ओर से सेवा प्रदाता कंपनी के 28 कर्मचारियों की सेवा समाप्त की जा चुकी है। मगर इनकी सूची उपलब्ध कराने में अफसर नाकाम रहे। बिजली कर्मियों की 72 घंटे की सांकेतिक हड़ताल जिले के उपभोक्ताओं पर भारी पड़ रही है। शहर से गांव तक बिजली की आपूर्ति ठप होने से व्यवसायियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जिले में 2224 राजस्व गांव हैं, 361 गांव शहर और टाउन एरिया के नजदीक होने के कारण आपूर्ति बहाल रही, जबकि 1863 गांव में दो दिन से अंधेरा छाया हुआ है। शहर और टाउन एरिया में अफसरों ने कर्मचारियों की धड़पकड़ करके कुछ घंटों के लिए आपूर्ति बहाल कराई , मगर अफसरों के हटते ही बिजली गुल हो गई। सबसे बुरा हाल ग्रामीण इलाकों का रहा, ग्रामीण इलाकों में बृहस्पतिवार की रात दस बजे से बिजली गायब होने के बाद शुक्रवार को शनिवार को नहीं आई। इससे ग्रामीण इलाकों में पिसाई, पेराई के कारखाने, बिल्डिंग की दुकानों, आंवला उत्पादक इकाइयों, शीतगृहों में ताला लटकता रहा।शहर के औद्योगिक क्षेत्र सुखपाल नगर में सभी उत्पादक इकाइयां दो दिन से ठप है। संचालकों ने मजदूरों की रविवार तक अवकाश कर दिया है। बिजली कर्मियों के आक्रामक रुख को देखते हुए शहर और गांव के लोग विद्युत व्यवस्था बहाल करने का दबाव भी नहीं बना रहे हैं। डीएम डॉ. नितिन बंसल ने सभी अफसरों को विद्युत उपकेंद्र पर नजर रखने का आदेश दिया है। ताकि बिजली व्यवस्था की दिक्कत न आए।30 घंटे से गुल है बिजली कटरागुलाब सिंह क्षेत्र में 30 घंटे से बिजली गुल है जिससे ग्रामीणों के सामने पीने के पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है। विद्युत उपकेंद्र पर नामित मजिस्ट्रेट और पुलिस के लोग चक्रमण कर रहे हैं। घरों में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। शुक्रवार से बिजली न आने से घरों में अंधेरा छाया हुआ है। कर्मचारियों को खोजती रही पुलिस सुवंसा। गौरा विद्युत उपकेंद्र में सप्लाई बाधित होने से सरकारी कार्यालयों में सिर्फ कर्मचारी ही नजर आए। गौरा में स्थित पोस्ट ऑफिस, थाना फतनपुर, सीएचसी गौरा, विकास खंड गौरा कार्यालय के अतिरिक्त ,चक्की मशीन, पंपिंग सेट बंद रहे। पुलिस विद्युत उपकेंद्र में सप्लाई बहाल कराने के लिए कर्मचारियों को खोजती रही, मगर सफलता नहीं मिली। यहां पर एडीओ सहकारिता दिलीप कुमार को लगाया गया था , मगर वह मौके पर नहीं पहुंचे। पुलिस बिजली सप्लाई बहाली कराने के लिए रात में संविदा कर्मी के घरों के भी चक्कर लगाती रही। पांच सौ गांवों में अंधेरा छायालालगंज। तहसील क्षेत्र में पहाड़पुर विद्युत उपकेंद्र, हंडौर उपकेंद्र से विद्युत आपूर्ति दो दिन से ठप है। दोनों उपकेंद्र से लगभग पांच सौ गांवों में अंधेरा छाया हुआ है। विद्युत आपूर्ति बंद हो जाने से लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। विद्युत आपूर्ति बंद होने से ग्रामीणों को पेयजल व क्षेत्रीय कारोबारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। आपूर्ति बंद होने की शिकायत दर्ज कराने के लिए अधिकृत अधिकारियों ने मोबाइल नंबर बंद हैं। लाइन में फाल्टविश्वनाथगंज। बिजली उपकेंद्र विश्वनाथगंज में बृहस्पतिवार शाम 9.30 बजे से विद्युत आपूर्ति बंद है। पावर हाउस से दूरभाष पर संपर्क किया गया, तो उन्होंने बताया कि 33000 लाइन में फाल्ट है। जिसके कारण बिजली नहीं मिल पा रही है । पुलिस, सफाई कर्मी तैनात, मगर असहायसोनाही, दिलीपपुर विद्युत उपकेंद्र पर बृहस्पतिवार की रात 11 बजे से बिजली आपूर्ति ठप है। सब स्टेशन पर दिलीप पुर और कधंई पुलिस, सफाई कर्मी तैनात हैं। मगर सभी असहाय बने हुए हैं।संविदा कर्मियों को ढूंढते रहे अफसरस्थानीय पुलिस ने रात में दबिश देकर एक ऑपरेटर, एक लाइनमैन और एक लाइनमैन के गायब मिलने पर उसके पिता को हिरासत में लेकर थाने में बैठाए रखा। रात भर दरियापुर पावर हाउस में एसडीएम सौम्य मिश्रा, तहसीलदार, सीओ रानीगंज विनय प्रभाकर साहनी विद्युत आपूर्ति बहाल करने के लिए संविदा कर्मियों को ढूंढते रहे। रानीगंज पावर हाउस से रात करीब 12.10 बजे बिजली बहाल हुई। दिन में फिर बिजली गुल हो गई।36 घंटे बाद भी नहीं बहाल हुई बिजली संडवाचंद्रिका। क्षेत्र के संडवा चंद्रिका, अंतू, गड़वारा उपकेंद्र से 36 घंटे बाद भी विद्युत आपूर्ति नहीं हो पाई। बिजली न आने से अंतू नगर पंचायत ,मां चंद्रिका देवी धाम सहित बाजारों और गांवों में अंधेरा छाया रहा। बिजली कर्मचारी उप केंद्रों से गायब रहे। अंतू पुलिस विद्युत बहाल कराने में फेल रही। संविदा कर्मियों को जबरन घर से उठाने पर भड़के कर्मचारी नेता कार्य बहिष्कार करके धरना प्रदर्शन करने वाले हड़ताली कर्मचारियों के आंदोलन से चरमराई बिजली व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए पुलिस ने बिजली कर्मियों को घरों से पकड़ने का अभियान चलाया, तो कर्मचारी नेता भड़क गए। डीएम और एसपी को अल्टीमेटम दिया है कि अगर शांतिपूर्ण आंदोलन में बाधक बने, तो गंभीर परिणाम भुगतना होगा। शाम को आंदोलित कर्मचारियों के पास एसडीएम सदर पुलिस बल सहित पहुंचे।आंदोलनकारियों के समर्थन में उतरे हेमंत नंदन ओझा ने कहा है कि अभी हमारी सांकेतिक हड़ताल है। अगर ज्यादती हुई तो यह आंदोलन आगे भी बढ़ सकता है। शनिवार को चिलबिला स्थित बिजली विभाग के कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन कर कर्मचारी नेताओं ने साथियों में जोश भरा। कर्मचारी शिलवंत सिंह ने कहा कि हम लोग विधिक रूप से आंदोलन कर रहे हैं। पहले नोटिस दिया, फिर वार्ता किया, जब सरकार ने हमारी बातों को नहीं सुना, तो आंदोलन करने को मजबूर हुए। ऊर्जा मंत्री के साथ जो समझौता हुआ था, उसे पूरा करना चाहिए। धरने में संविदा कर्मचारी , नियमित कर्मचारी, तकनीकी कर्मचारी, अवर अभियंता, कार्यालय सहायकों ने प्रतिभाग किया। हड़ताली कर्मचारियों ने अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर सभा कर संकल्प लिया है कि जब तक 72 घंटे पूर्ण नहीं होते हैं, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। धरने में मुख्य रूप से एसपी शुक्ला, अखिलेश कुमार, प्रमोद मौर्या, अमित पाल, मुकेश साहनी, ओपी गुप्ता, शैलेंद्र सिंह, नन्हे लाल यादव, जय सिंह, सुनील कुमार सोनी, दिलीप कुमार ,अशोक कुमार, कमलेश चंद्र तिवारी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
- Source: www.amarujala.com
- Published: Mar 19, 2023, 02:44 IST
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