कफ सिरप केस: पूर्वांचल से पश्चिम तक एसटीएफ नाम से चर्चित है आलोक, पूर्व सांसद धनंजय सिंह का है करीबी
आपराधिक कृत्यों से खाकी की छवि धूमिल करने के बाद पूर्व सांसद धनंजय सिंह का साथ पकड़ने वाले आलोक प्रताप सिंह का नाम एसटीएफ ही रख दिया गया। पूर्वांचल से पश्चिम तक धनंजय सिंह के खेमे और विरोधी खेमे में भी एसटीएफ के नाम से ही आलोक सिंह चर्चित है। लखनऊ से लेकर जौनपुर, वाराणसी तक रियल एस्टेट कंपनियों के लिए सरल और सहज रास्ता बनाने, रेलवे ठेकों से लेकर खनन जैसे कार्यों में आलोक का दखल रहा है। चंदौली के बलुआ थाना क्षेत्र के कैथी निवासी आलोक सिंह का नाता जौनपुर से ही जुड़ा रहा है। शस्त्र लाइसेंस बनवाने के लिए जौनपुर का निवासी बन गया। पूर्व सांसद के घर के पास ही हाल ही में उसने मकान बनवाया है। चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर और वाराणसी के युवाओं की फौज तैयार की है। उत्तर प्रदेश पुलिस में काम करने के दौरान आलोक प्रताप सिंह को जुर्म, जरायम और कानूनी बचाव संबंधित सभी दांव पेच पता चले। पुलिस की कार्यशैली से वाकिफ आलोक के बैच से जुड़े लोग पूर्वांचल से पश्चिम तक फैले हैं। यूपी एसटीएफ में भी कुछ ऐसे लोग है, जिनकी आलोक प्रताप सिंह ने प्रशासनिक स्तर पर बहुत मदद की है। इसी का फायदा उसने कफ सिरप के अवैध कारोबार के सरगना शुभम जायसवाल के साथ जुड़कर उठाया। लखनऊ पुलिस महकमे में तगड़ी पैठ होने के कारण ही अमित सिंह टाटा की गिरफ्तारी के पांच दिन बाद आलोक की गिरफ्तारी हुई। आजमगढ़ के नरवे निवासी विकास सिंह के माध्यम से शुभम के साथ जुड़े आलोक ने अपने नेटवर्क से सहारनपुर निवासी विभोर राणा, सौरभ त्यागी, मेरठ के वसीम, आसिफ से मेलजोल बढ़ाया। इसे भी पढ़ें;Cyber Crime: मुनाफे के लालच में गवां दी बेटी की शादी के लिए रखी रकम, जालसाजों ने 42 लाख रुपये की लगा दी चपत
- Source: www.amarujala.com
- Published: Dec 03, 2025, 12:06 IST
कफ सिरप केस: पूर्वांचल से पश्चिम तक एसटीएफ नाम से चर्चित है आलोक, पूर्व सांसद धनंजय सिंह का है करीबी #CityStates #Varanasi #UttarPradesh #CoughSyrupCase #AlokPratapSingh #MpDhananjaySingh #SubahSamachar
