Chandigarh News: गांधी स्मारक भवन के पूर्व निदेशक समेत 15 पर केस, फंड के दुरुपयोग व कब्जे का आरोप

चंडीगढ़ के सेक्टर-16 स्थित गांधी स्मारक भवन पर कब्जा करने का आरोप लगा है। पुलिस ने इस मामले में कुल 15 लोगों पर केस दर्ज किया है। आरोप है कि गांधी स्मारक निधि के कर्मचारी ने कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर फंड का दुरुपयोग किया है और भवन पर कब्जा करने की कोशिश की है। स्मारक भवन का संचालन करने वाली संस्था गांधी स्मारक निधि के सचिव आनंद शरण की शिकायत पर सेक्टर-17 (सेंट्रल) थाना पुलिस ने गांधी स्मारक भवन के पूर्व निदेशक देवराज त्यागी, भूपिंदर शर्मा, नरेश शर्मा, ईश्वर अग्रवाल, योगेश बहल, देवराज त्यागी की पत्नी कंचन त्यागी, उनके पुत्र मुदित त्यागी, बहु अक्षा रैना, आनंद राव, पापिय चक्रवर्ती, विकी, अमित कुमार, मोहिंदर, रमा देवी व एमपी डोगरा पर केस आईपीसी की धारा 419, 420, 458, 467, 468, 471 व 120-बी के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। आरोप है कि देवराज त्यागी गांधी स्मारक निधि में निदेशक के पद पर तैनात थे। पिछले साल वह सेवानिवृत्त हो गए लेकिन एक मई 2022 से 26 मार्च 2023 तक के लिए उन्हें अनुबंध के आधार पर पुन: नियुक्ति दे दी गई थी। इसी बीच गांधी स्मारक निधि को उनके गैर-कानूनी गतिविधियों की जानकारी मिली जिसके बाद मामले की जांच कराई गई। जांच में आरोप सही पाए गए और देवराज त्यागी की सेवाओं को 16 अक्तूबर 2022 को समाप्त कर दिया गया। आरोप है कि देवराज त्यागी ने गांधी जयंती के मौके पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया और अनधिकृत ट्रस्ट के नाम पर स्पॉन्सरशिप के जरिए पैसे जुटाए। कार्यक्रम में कई नामी लोगों को बुलाया। जांच में यह भी सामने आया कि गांधी भवन के नाम पर कई संस्थाएं पंजीकृत की गईं हैं। एफआईआर में प्राकृतिक चिकित्सा समिति चंडीगढ़ का भी जिक्र किया गया है, जिसमें डॉ. देवराज त्यागी ने खुद को सचिव बताया है और एमपी डोगरा को इसका चेयरमैन बताया गया है। गांधी भवन में परिवार के साथ रह रहे हैं देवराज त्यागी आरोप है कि देवराज ने पिछले साल सितंबर माह में गांधी स्मारक निधि भवन नामक ट्रस्ट पंजीकृत करवा लिया और मालिक होने की दावेदारी कर दी। संस्थान के प्रबंधकों को इस बारे सूचना मिली तो उन्होंने चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित से शिकायत की। यह भी कहा गया कि त्यागी गैरकानूनी तरीके से सेक्टर-16 के गांधी भवन में अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। वह इसे अपनी प्रॉपर्टी बताते हैं। आनंद शरण ने बताया कि कई बार देवराज त्यागी गैरकानूनी गतिविधियों में पकड़े गए हैं और उन्होंने माफी भी मांगी है। संस्थान ने उन्हें माफ कर दिया गया लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आए और लगातार गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल रहे। उन्होंने गांधी भवन पर कब्जा करने की कोशिश की और इसमें उनके परिवार व अन्य लोगों ने पूरा साथ दिया। बता दें कि इस मामले में प्रशासन ने पुलिस से पूरी जांच का आदेश दिया था। पूरी जांच के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Jan 14, 2023, 00:42 IST
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