Bihar Election : सुशांत सिंह की बहन समेत भाकपा-माले के उम्मीदवारों ने किया नामांकन, महागठबंधन की नहीं हुई बैठक

इंडिया गठबंधन के समर्थन से भाकपा-माले के आज 6 उम्मीदवारों ने नामांकन किया है।फुलवारीशरीफ से निवर्तमान विधायक गोपाल रविदास, दीघा से दिव्या गौतम, तरारी से मदन सिंह चंद्रवंशी, अगिआंव से शिवप्रकाश रंजन, डुमरांव से अजीत कुमार सिंह और भोरे से जितेन्द्र पासवान ने अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया।भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने बताया कि सत्यदेव राम के बाद आज भोरे से नामांकन करते वक्त जितेन्द्र पासवान को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। हमारी पार्टी के उम्मीदवारों को भाजपा-जदयू के दवाब व एक राजनीतिक साजिश के तहत टारगेट किया जा रहा है। इससे इन लोगों का चुनाव में हार का डर सामने आ रहा है। उन्होंने कहा कि भोरे विधानसभा के प्रत्याशी जितेन्द्र पासवान की अविलंब रिहाई होनी चाहिए। तरारी विधानसभा भाकपा माले ने तरारी विधानसभा से इस बार अतिपिछड़े समुदाय से मदन सिंह चंद्रवंशी को उम्मीदवार बनाया है। वह सहार प्रखंड के प्रमुख भी रह चुके हैं। भाकपा माले की ओर से कहा गया कि उन्होंने दलितों-गरीबों के कई आंदोलनों का प्रत्यक्ष नेतृत्व किया है और लगभग 35 वर्षोंसे भाकपा-माले के राजनीति से जुड़े हुए हैं। अगिआंव विधानसभा अगिआंव सीट पर भाकपा-माले ने एक बार फिर शिवप्रकाश रंजन को अपना उम्मीदवार बनाया है। 2024 के उपचुनाव में उन्होंने अगिआंव से जीत हासिल की थी। शिवप्रकाश रंजन लंबे समय तक आइसा के राज्य सचिव रहे। भाकपा माले ने कहा कि शिव प्रकाश भोजपुर में छात्र-युवा आंदोलन की एक मजबूत आवाज हैं,इसलिए इस बार फिर से उन्हें चुनावी मैदान में उतारा गया है। डुमरांव विधानसभा डुमरांव से इस बार फिर अजीत कुमार सिंह को ही टिकट मिला है और आज उन्होंने अपना नामांकन किया। 2020 के चुनाव में उन्होंने डुमरांव सीट पर जीत हासिल की थी। भाकपा माले ने कहा किबिहार में उन्होंने चुनाव के पहले अपने कामों का रिपोर्ट कार्ड पेश करके एक नई मिसाल पेश की है। इसीलिए इस बार फिर से उन्हें चुनावी मैदान में उतारा गया है। फुलवारीशरीफ विधानसभा फुलवारी से गोपाल रविदास ने भी आज नामांकन किया है। भाकपा माले ने इनका परिचय देते हुए कहा कि गोपाल रविदास ने अपने इलाके में दलितों-गरीबों-अल्पसंख्यकों के बीच लगातार काम किया है और सदन से सड़क तक उनके कामों की चर्चा होते रही है। दीघा विधानसभा पटना की दीघा सीट से दिव्या गौतम ने अपना नामांकन दर्ज किया। वह आइसा की ओर से 2012 में पटना विवि छात्र संघ चुनाव में आइसा की उम्मीदवार थीं और काफी कम वोटों से हार गई थीं। बीपीएससी अधिकारी के रूप में भी उनकी बहाली हुई लेकिन उन्होंने राजनीतिक-सामाजिक-सांस्कृतिक कामों में रहना ही पसंद किया। भाकपा-माले ने इस बार उन्हें चुनावी मैदान में उतारा है। भोरे विधानसभा भाकपा माले ने यहां से जितेन्द्र पासवान को टिकट दिया। वह नामांकन करने गए थे लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। भाकपा माले की ओर से कहा गया कि 2020 में भी वहां से उम्मीदवार थे और महज 400 वोट से हार गए थे। उसके बाद राजनीतिक साजिश के तहत उन्हें मुकदमों में फंसा दिया गया और उनके ऊपर तरह-तरह के जुल्म ढाए गए। आज नामांकन के दौरान उनकी गिरफ्तारी हो गई जो कि न्याय है।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Oct 15, 2025, 20:33 IST
पूरी ख़बर पढ़ें »




Bihar Election : सुशांत सिंह की बहन समेत भाकपा-माले के उम्मीदवारों ने किया नामांकन, महागठबंधन की नहीं हुई बैठक #CityStates #Election #Patna #Bihar #BiharLegislativeAssemblyElections2025 #SubahSamachar