UP: पूरब के बाद अब पश्चिम में जमने के लिए मैदान में उतरी ये पार्टी, इस समीकरण पर फोकस; इन्हें साधने का प्लान

पूर्वांचल की सियासत में अपनी मजबूत पैठ बना चुकी अपना दल-एस की निगाह अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सियासी जमीन पर है। अपना दल-एस ने तीन दशक की अपनी सियासी यात्रा के समारोह के लिए बरेली को चुना। कुर्मी मतदाताओं वाले रुहेलखंड में पार्टी की आलाकमान अनुप्रिया पटेल और आशीष पटेल ने स्थापना दिवस समारोह के जरिये पार्टी के विस्तार का भी शंखनाद किया। समारोह में आए कार्यकर्ताओं के उत्साह को देख आशीष पटेल ने मंच से ही कहा भी कि बरेली में उमड़ी भीड़ पार्टी के लिए ऑक्सीजन का काम करेगी। उत्तर प्रदेश की सियासत का रुख काफी हद तक अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के मतदाताओं के मिजाज पर निर्भर करता है। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में अपना दल ने दो विधायकों के सहारे प्रदेश में सियासी सफर शुरू किया था। 2017 के विधानसभा चुनाव में अपना दल के विधायकों की संख्या नौ हुई। मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश में अपना दल-एस के 13 विधायक, एक एमएलसी और एक सांसद हैं। इसके साथ ही लगातार तीन बार से सांसद अनुप्रिया पटेल प्रदेश में ओबीसी की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाले कुर्मी समाज की सबसे बड़ी नेता बन चुकी हैं।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Nov 05, 2025, 10:30 IST
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