आज का शब्द: वंशज और रामनरेश त्रिपाठी की कविता-  स्वदेश गौरव

'हिंदी हैं हम' शब्द श्रृंखला में आज का शब्द है- वंशज, जिसका अर्थ है- किसी के वंश में उत्पन्न, संतान, औलाद। प्रस्तुत है रामनरेश त्रिपाठी की कविता- स्वदेश गौरव (1) अतुलनीय जिनके प्रताप का साक्षी है प्रत्यक्ष दिवाकर घूम-घूमकर देख चुका है जिनकी निर्मल कीर्ति निशाकर देख चुके है जिनका वैभव ये नभ के अनंत तारागण अगणित बार सुन चुका है नभ जिनकी विजय-घोष रण-गर्जन। (2) शोभित है सर्वोच्च मुकुट से जिनके दिव्य देश का मस्तक गूँज रही हैं सकल दिशाएँ जिनके जयगीतों से अब तक जिनकी महिमा का है अविरल साक्षी सत्य-रूप हिम गिरिवर उतरा करते थे विमानदल जिनके विस्तृत वक्षस्थल पर।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Jan 05, 2023, 16:51 IST
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