आज का शब्द: लोकहित और उदयप्रताप सिंह की कविता- भाल पे बिठा लिया मयंक ये प्रमाण है

'हिंदी हैं हम' शब्द श्रृंखला में आज का शब्द है- लोकहित, जिसका अर्थ है- जनता का हित, समाज की भलाई। प्रस्तुत है उदयप्रताप सिंह की कविता- भाल पे बिठा लिया मयंक ये प्रमाण है स्वर्ग से पतित सुर-सरिता को शीश धर भाल पे बिठा लिया मयंक ये प्रमाण है । लोकहित में समस्त जगती का विष पिया खल-बल को तृतीय नेत्र विद्यमान है । प्रेम वशीभूत भूतनाथ के भुजंग संग नदिया तो गिरिजा गनेश के समान हैं । भोलानाथ महादेव औघड़ प्रसन्न हों तो भूल जाते कौन भक्त, कौन भगवान हैं ।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Dec 24, 2022, 17:08 IST
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