आज का शब्द: दृश्य और सर्वेश्वर दयाल शर्मा की कविता- दुर्गम पथ तेरे हों, थके चरण मेरे हों

'हिंदी हैं हम' शब्द श्रृंखला में आज का शब्द है- दृश्य, जिसका अर्थ है- देखने योग्य, दर्शनीय, जिसे देख सकें, सुंदर। प्रस्तुत है स्रवेश्वर दयाल सक्सेना की कविता- दुर्गम पथ तेरे हों, थके चरण मेरे हों एक नहीं नहीं प्रभु तुमसे शक्ति नहीं माँगूँगा। अर्जित करूँगा उसे मरकर बिखरकर आज नहीं कल सही आऊँगा उबरकर कुचल भी गया तो लज्जा किस बात की रोकूँगा पहाड़ गिरता शरण नहीं भागूँगा नहीं नहीं प्रभु तुमसे शक्ति नहीं माँगूँगा। कब माँगी गंध तुमसे गंधहीन फूल ने कब माँगी कोमलता तीखे खिंचे शूल ने तुमने जो दिया, दिया, अब जो है, मेरा है। सोओ तुम, व्यथा रैन अब मैं ही जागूँगा। नहीं नहीं प्रभु तुमसे शक्ति नहीं माँगूँगा।

  • Source: www.amarujala.com
  • Published: Jan 10, 2023, 17:50 IST
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